ग्रामीण स्तर पर असहयोग होने के कारण शिक्षिका के जान माल की सुरक्षा एवं विद्यालय में अध्ययन रत बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए, डी एम देवरिया द्वारा प्रदत्त अनुमति के अनुपालन में अत्यंत शिक्षक की जरूरत वाले एकल विद्यालय में पदस्थापित किया गया।
इससे पूर्व अपने सहायक अध्यापक से मारपीट एवं गाली गलौज के आरोप में हुई थी निलंबित, उसी विद्यालय में बहाली होने पर ग्रामीणों ने किया विरोध जिसके क्रम में विद्यालय परिवर्तन किया गया